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विश्व का प्रथम सार्टिफेकेट कोर्स इन गौ शाला मैनेजमेंट और ‘गौका’ ब्रांड का लोकार्पण


गाय मानव जाति के लिए महत्त्व पूर्ण है  : पदम श्री सुदेवी माता

संस्था द्वारा गोसेवा रोजगार परक शिक्षा कार्यशाला के क्षेत्र में सफला पूर्वक कार्य कर रही है : (गायत्री वशिष्ठ, एक्सक्यूटिव डायरेक्टर)

नई दिल्ली : गो सेवा राष्ट्र सेवा में समर्पित प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान महर्षि वशिष्ठ इंस्टीट्यूट ऑफ गौशाला मैनेजमेंट एंड रिसर्च काउंसिल के तत्वावधान में गौसेवकों के सहयोग से आईएमए दिल्ली में रविवार को आयोजित भव्य समारोह में देश के निष्ठावान समर्पित गोभक्तो राष्ट्र सेवकों को राष्ट्रीय गौरव गौशाला सम्मान 2023 से विभूषित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि एवं  मैनेजिंग डायरेक्टर संजय वशिष्ठ ने उत्कृष्ट सेवाओं के लिए चयनित कर्मठ गो सेवकों को शाल, प्रमाणपत्र उपहार भेंट कर सम्मानित किया गया। एक्सक्यूटिव डायरेक्टर गायत्री वशिष्ठ ने कहा संस्था द्वारा गोसेवा रोजगार परक शिक्षा कार्यशाला के क्षेत्र में सफला पूर्वक कार्य कर रही है। सेवा राष्ट्र सेवा हेतु सम्मानित सचिव रीता मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि गौ संवर्धन व उससे संबंधित रोजगार परक शिक्षा प्रशिक्षण का डिग्री डिप्लोमा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। समारोह में प्रख्यात गौभक्तों ने पीएम मोदी से गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग की।

लाइफ बियॉन्ड नंबर्स के साथ एक दिल छू लेने वाली बातचीत में, यह 61 वर्षीय जर्मन गौ-रक्षक फ्रेडरिक इरिना ब्रूनिंग, जिन्हें अब सुदेवी माताजी कहा जाता है, एक पशु अधिकार कार्यकर्ता है। गौसेवा (गाय की सेवा) के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने के लिए सुदेवी दासी को स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार के लिए चुना गया।

इस अवसर पर उपस्थित लगभग 40 साल पहले, एक जर्मन महिला एक पर्यटक के रूप में भारत आई, प्राचीन धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया और जीवन के आध्यात्मिक तरीके से इतनी प्रबुद्ध हुई कि उसने हमेशा के लिए यहां रहने का फैसला किया। एक कृष्ण भक्त और गायों की प्रेमी, उन्हें ‘गौ माता की आश्रयदात्री’ के नाम से भी जाना जाता है। उनके असाधारण प्रयासों के लिए, उन्हें भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान-पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। लाइफ बियॉन्ड नंबर्स के साथ एक दिल छू लेने वाली बातचीत में, यह 61 वर्षीय जर्मन गौ-रक्षक फ्रेडरिक इरिना ब्रूनिंग, जिन्हें अब सुदेवी माताजी कहा जाता है, एक पशु अधिकार कार्यकर्ता है। गौसेवा (गाय की सेवा) के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य करने के लिए सुदेवी दासी को स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार के लिए चुना गया। पूर्व सांसद स्वामी ब्रह्मानंद के नाम पर इस वर्ष उनकी 125वीं जयंती से स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार की स्थापना की जा रही है। पहला स्वामी ब्रह्मानंद पुरस्कार सुदेवी दासी को प्रदान किया जाएगा। इस पुरस्कार के तहत 10 हजार रुपये, कांस्य पदक, मूर्ति, सनद और अंगवस्त्र प्रदान किए जाएंगे। समरोह को श्री धर्म रक्षक दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश जैन, पत्रकार कमल सिंह नेगी, लोजपा चिराग पासवान के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मिश्रा जी आदि को सम्मानित किया गया।

पदमश्री फेडरिक इरिना ब्रूनिग (सुदेवी दासी) व राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने आज दिल्ली के आईएमए सभागार में सर्टिफेकेट कोर्स एवम  गौशाला मेनेजमेंट,गौका ब्रांड का लोर्कापण किया।

गायों की मदर टेरेसा के नाम से विख्यात सुदेवीं माता जी ने कहा कि पृथ्वी पर मानव जाति के अस्तित्व के लिए आज भी गाय अति महत्वपूर्ण है ।

इस अवसर पर राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने ग्रामीण समाज ,एवम आर्थिक व सामाजिक प्रगति के लिए गौ शालाओं के महत्व पर बल दिया , उन्होंने कहा कि महर्षि वशिष्ठ एवम गौशाला मैनेजमेंट एवम रिसर्च कौंसिल के द्वारा शुरू किए गए सर्टिफेकेट कोर्स, गौ शाला मैनेजमेंट व गौका ब्रांड से जहां एक ओर ग्रामीण युवाओं में गौ शाला प्रबंधक के मानकों में सुधार होगा वहीं वे रोजगार के नए आयामों को छुएंगे। उन्होंने इस सार्टिफेकेट कोर्स के महत्व को उजागर करते हुए केंद्रिय सरकार द्वारा नए बजट में गौ सशक्तिकरण पर दिए गए विशेष प्रावधान पर खुशी जाहिर की और संस्थान के सफलता के लिए शुभकामनाएं दी ।


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