नई दिल्ली : सनस्टोन द्वारा पावर्ड जीडी गोयंका युनिवर्सिटी की छात्रा केएम काजल दृढ़ विश्वास और मजबूत इरादे का उदाहरण बनकर उभरी हैं। यूपी के फिरोज़बाद से मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली काजल सभी बाधाओं को पार कर पोस्टग्रेजुएट डिग्री हासिल करने वाली अपने परिवार की पहली सदस्य बन गई हैं।
संयुक्त परिवार में पली-बढ़ी काजल को एमबीए करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, सबसे पहले तो परिवार को इसके लिए तैयार करना ही बेहद मुश्किल था। उनके दादा, पिता और चाचा कार्टून बनानेका कारोबार करते हैं, ऐसे में उन्होंने शिक्षा को कभी महत्व नहीं दिया। हालांकि काजल के पिता ने उनका साथ दिया, लेकिन जब उन्होंने काजल की पढ़ाई के लिए परिवार से आर्थिक सहायता की उम्मीद रखी, तो उन्हें परिवार से अलग होना पड़ा। लेकिन सनस्टोन की आसान लोन प्रक्रिया के चलते काजल के लिए सब कुछ आसान हो गया, अपने परिवार पर किसी तरह का आर्थिक बोझ बनाए बिना ही उन्होंने एमबीए की पढ़ाई पूरी की।
काजल ने सनस्टोन द्वारा पावर्ड जीडी गोयंका युनिवर्सिटी में दाखिला लिया था, शुरूआत में उन्हें आत्मविश्वास, संचार और उद्योग जगत में ज़रूरी कौशल को लेकर जूझना पड़ा। हालांकि सनस्टोन की फैकल्टी, संस्थान से करियर के लिए मिले मार्गदर्शन और पर्सनेलिटी डेवलपमेन्ट प्रोग्राम उनके लिए बेहद कारगर साबित हुए। इसके अलावा नेशनल बैंकों के नेटवर्क के ज़रिए सनस्टोन की आसान लोन प्रक्रिया ने काजल को आर्थिक सहयोग प्रदान किया और उन्होंने परिवार पर बिना किसी बोझ के अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी की। आज वह कौशल हासिल कर अपने करियर के लिए तैयार हैं, उनके पास जीवन में आगे बढ़ने का नया आत्मविश्वास है। वह अपने बैच की पहली छात्रा है जिन्होंने पहले ही इंटरव्यू में सेवमैक्स में इंटर्नशिप हासिल कर ली, उन्हें रु 15,000 प्रति माह की नौकरी मिल गई- जबकि अन्य युनिवर्सिटियों के ज़्यादातर छात्रों को रु 5000-6000 तक ही नौकरी मिली है। सनस्टोन ने उन्हें उसी कंपनी में सहपाठियों की तुलना में 80 फीसदी ज़्यादा वेतन (4 लाख सालाना) की नौकरी हासिल करने में मदद की।
काजल की तैयारी के साथ-साथ सनस्टोन के कौशल निर्माण प्रयासों और मॉक इंटरव्यूज़ ने उन्हें सफलता के लिए तैयार किया।
अपनी प्रेरक यात्रा के बारे में बात करते हुए काजल ने कहा, ‘‘सनस्टोन एक शैक्षणिक प्लेटफॉर्म से कहीं बढ़कर है- यह मेरे लिए सबसे बड़ा सपोर्ट सिस्टम रहा है। आर्थिक सहायता से लेकर करियर में मार्गदर्शन तक, सनस्टोन ने मेरे सपनों को साकार करने में मदद की। उनकी गुडविल और अनुकूल दृष्टिकोण ने सुनिश्चित किया कि टियर 2 और टियर 3 शहरों से मेरे जैसे छात्रों को अवसरों के लिए जूझना न पड़े।’
अंकुर जैन, सह-संस्थापक और सीबीओ, सनस्टोन ने कहा, ‘‘काजल की यात्रा महत्वाकांक्षी छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और करियर के अवसर प्रदान करने के हमारे मिशन की पुष्टि करती है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर छात्र सभी बाधाओं को दूर कर अपने पेशेवर लक्ष्यों को हासिल कर सके, हम हर छात्र को हर ज़रूरी सहयोग प्रदान करना चाहते हैं, ताकि वे किसी भी पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हों।’
काजल की कहानी छात्रों के जीवन में बदलाव लाने, उन्हें उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए सशक्त बनाने में सनस्टोन की भूमिका पर रोशनी डालती है।