के. कुमार
विश्व व्यापार मेला एक ऐसा मंच है, जहां हम पूरे भारत की विभिन्न संस्कृति के लोगों से जुड़ने के साथ ही वहां के उत्पादों को खरीदने का अवसर भी : विश्व व्यापार मेले में पहुंचे दर्शक
नई दिल्ली : 41वें विश्व व्यापार मेले को हर साल दर्शकों को इतंजार रहता है कि कब मेला कब शुरू हो और उन्हें खरीदारी का मौका मिले। 14 दिनों से चल रहा विश्व व्यापार मेला रविवार को खत्म हो गया, जिसमें मेले के अंतिम दिन लोगों ने भारी छूट के चलते खूब खरीदारी की। वैसे तो मेले का दर्शकों में इतना उत्साह रहता है कि 14 तारीख के दिन ही उद्घाटन होने के साथ ही 500 रुपए खर्च कर अपना पसंदीदा सामाना लेने मेले में पहुंच जाते हैं। मेले में अंतिम दिनों में खासकार शनिवार और रविवार को दर्शकों की भारी भीड़ रहती है।
बता दें कि मेले में जितने भी हॉल थी और उनमें जितने भी स्टॉल थे, उन सभी भी खरीदारों की भीड़ देखने को मिली। कई नामी कंपनियों ने खरीदारों के लिए विशेष छूट के ऑफर दिए हुए थे। हॉल न 11 और 12 में किचन सामानों से लेकर सौंदर्य प्रसाधनों की तो लोगों ने जमकर खरीदारी की। जहां मेले में लोगों को सामाना और कपड़ों के साथ अन्य उत्पादों को खरीदने का अवसर मिला वहीं, मेले में सरस पैवेलियन दर्शकों का अकार्षण का केंद्र रहा, यहां लोगों ने भारत के हर राज्य के लघु उद्यमियों के सामानों को खरीदा और उनकी संस्कृति को जाना-पहचाना।
मेले में कपड़ों से लेकर खाने-पीने और सजाने के उत्पादों को लोगों ने खूब खरीदा। आईटीपीओं के जनसंपर्क अधिकारी विवेकानंद विवेक के अनुसार इस बार व्यापार मेले में लगभग 12 लाख दर्शक पहुंचे। वहीं लाखों लोगों चाहते हुए भी अपनी व्यस्तता के कारण मेले में नहीं पहुंच सके। या फिर ऑनलाईन टिकट समाप्त होने के कारण मेले में नहीं आ सके।
विश्व व्यापार मेले में पहुंचे दर्शकों से शाईन दिल्ली ने जब बातचीत की तो लोगों ने कहा विश्व व्यापार मेला एक ऐसा मंच है, जहां हम पूरे भारत की विभिन्न संस्कृति के लोगों से जुड़ने के साथ ही वहां के उत्पादों को खरीदने का अवसर भी पाते हैं, चाहे वो वहां के खान-पान से जुड़े हों या वहां के पहनावे और रहन-सहन के हों। यही नहीं यहां पर बहुत से विदेशी राज्यों के उत्पादों को खरीदने का अवसर भी मिलता है। अब हमें इतंजार है, तो अगले साल लगने वाले विश्व व्यापार मेले का।