- आजादी की अमृत गाथा वेबिनार में बाबू वीर कुंवर सिंह और राष्ट्र कवि दिनकर को श्रद्धांजलि दी गई।
- आरजेएस फैमिली के भाई-बहनों का जन्मदिन और शादी की वर्षगांठ देगा सामाजिक संदेश- सुरजीत सिंह कोहली-रिंकल शर्मा
- सकारात्मक भारत-उदय बिहार यात्रा और अमृत बैठकों में शामिल होकर गौरवान्वित महसूस किए- पाॅजिटिव स्पीकर्स.
नई दिल्ली : हर रविवार आरजेएस वेबीनार के अंतर्गत रविवार को आजादी की सकारात्मक भारत उदय बिहार यात्रा और दर्जनभर अमृत बैठकों पर आजादी की अमृत गाथा के 65वें वेबीनार में प्रो.बिजाॅन कुमार मिश्रा की अध्यक्षता में समीक्षा की गई। राम जानकी संस्थान (आरजेएस)नई दिल्ली के राष्ट्रीय संयोजक उदय मन्ना और तपसिल जाति आदिवासी प्रकटन्न सैनिक कृषि बिकाश शिल्पा केंद्र( टीजेएपीएस केबीएसके) गुंटेगेरी, हुगली, पश्चिम बंगाल के सचिव सोमेन कोले ने बताया कि वेबीनार में बाबू वीर कुंवर सिंह प्रथम स्वाधीनता संग्राम के सेनानी और राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर को श्रद्धांजलि दी गई। इन महापुरुषों के नाम पर आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2022 घोषित करने वाले प्रदाता भी वेबिनार में शामिल हुए।
बिहार के भोजपुर बराप गांव निवासी किसान सत्येंद्र सिंह ने अपने सुपुत्र स्व०कुणाल सिंह और उत्तर प्रदेश, वैशाली निवासी लेखिका रिंकल शर्मा ने अपने पिता स्व० दिनेशचंद्र शर्मा की स्मृति में इन महापुरुषों के नाम पर आरजेएस राष्ट्रीय सम्मान 2022 घोषित किया है।
सकारात्मक भारत उदय बिहार यात्रा के बाद दर्जनभर बैठकों में शामिल आरजेएस सूचना केंद्र से जुड़ी फैमिली ने राष्ट्रीय संयोजक को जल्दी ही पुनः बिहार आगमन का निमंत्रण दिया। बिहार की बैठकों में आरजेएस सूचना केंद्र पटना के प्रभारी डॉ ओम प्रकाश झुनझुनवाला सहित आरजेएस पॉजिटिव स्पीकर्स सुमन कुमारी, डॉ मुन्नी कुमारी,कामिनी कुमुद, वैभव भारद्वाज और प्रियंका सिन्हा ने बैठकों में भाग लेकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस किया।
वेबीनार में लेखिका रिंकल शर्मा ने कहा कि हम अपने जन्मदिन और पारिवारिक समारोहों में आरजेएस फैमिली को आमंत्रित कर सकारात्मक भारत आंदोलन को एक नया मोड़ दे सकते हैं इस पर सुरजीत सिंह कोहली ने कहा कि ऐसे मौके पर स्नेह मिलन के साथ सह-आयोजक के रूप में हम राष्ट्र को सामाजिक संदेश देने का भी मंच बना सकते हैं। वेबीनार की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर बिजाॅन कुमार मिश्रा, अंतर्राष्ट्रीय कंज्यूमर पाॅलिसी विशेषज्ञ ने कहा कि सकारात्मक भारत आंदोलन विश्व का पहला आंदोलन है।इसे सफल बनाने के लिए सभी सदस्यों को सार्थक प्रयास करना होगा । उन्होंने कहा कि हम लोगों के चेहरे पर मुस्कान देखना चाहते हैं।
हमें आरजेएस से जुड़े लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रस्तुत रहना होगा। वेबिनार के अंत में आरजेएस ऑब्जर्वर दीपचंद्र माथुर ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने कहा कि अगला वेबिनार रविवार 1 मई को होगा।इस बीच आजादी की भारत-उदय यात्रा- दिल्ली,हरियाणा,उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश और अमृत बैठकों का सिलसिला चलता रहेगा। वेबीनार में डॉ. नरेंद्र टटेसर ,हरेंद्र सिंह पटेल , प्रेमप्रभा झा,रूपरेखा सिंह ,आकांक्षा और मयंक आदि ने भी भाग लिया।