के. कुमार
- फिल्म : देवा
- निर्देशक : रोशन एंड्रूज।
- कलाकार : शाहिद कपूर , पूजा हेगड़े , पवैल गुलाटी , प्रवेश राणा और कुब्रा सैत।
- लेखक : बॉबी-संजय , हुसैन दलाल , अब्बास दलाल , अरशद सईद और सुमित अरोड़ा।
- निर्माता : सिद्धार्थ रॉय कपूर और उमेश कुमार बंसल।
- रेटिंग : 2.5 स्टार।
मलयालम फिल्म निर्माता रोशन एंड्रूज द्वारा निर्देशित फिल्म देवा एक अपराध थ्रिलर है, जिसमें मुख्य भूमिका में शाहिद कपूर एक विद्रोही पुलिस अधिकारी के रूप में हैं। शाहिद ने अपने जबरदस्त प्रभावशाली और तीव्र अंदाज में अपने अभिनय का प्रदर्शन किया है। वहीं उनकी हिरोईन के रूप में पत्रकार बनी अभिनेत्री पूजा हेगड़े दर्शकों का उनके साथ ठुमके लगाती लुभाएंगी। साथ ही कुब्रा सैत और पवैल गुलाटी भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में अभिनय करते नजर आएंगें।
वैसे तो शाहिद कपूर के अभिनय का अंदाज कुछ अलग ही है। देवा में शाहिद कपूर का विद्रोही पुलिस अधिकारी का अभिनय कच्चा और चुंबकीय लगेगा, जिसको उनके प्रशंसकों ने पहले कभी नहीं देखा होगा। वहीं उनकी और पूजा हेगड़े की केमिस्ट्री शानदार है, जो फिल्म में एक और रोमांचक परत जोड़ती है। फिल्म में यदि एक्शन सीक्वेंस काफी रोमांचक और दिलचस्प हैं, लेकिन एक्शन उतना देखने को नहीं मिलेगा, जितना आपने सोचा होगा। फिल्म में आगे बढ़ती कहानी में धोखे और विश्वासघात की परतें धीरे-धीरे खुलती हैं, जिसमंे दर्शक बंधे रहते हैं।
अगर कुल मिलाकर, फिल्म ‘देवा’ एक पैसा वसूल अनुभव फिल्म है, जो शाहिद के अभिनय की शैली और उनकी भावनाओं से भरी हुई है। यह शाहिद कपूर के प्रशंसकों के लिए अपराध थ्रिलर का आनंद लेने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक मस्ट-वॉच फिल्म है। फिल्म की शुरुआत तो काफी खूबसूरत ढंग से होती है, जो मुंबई की गलियों से आगे बढ़ते हुए मुंबई के रूप को दर्शाती है। लेकिन इंटरवल के बाद फिल्म काफी उलझती और सुस्त होती चली जाती है।
कहानी : फिल्म देवा एक एक्शन थ्रिलर के रूप में एक विद्रोही पुलिस अधिकारी (शाहिद कपूर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे एक हाई-प्रोफाइल मामले को सुलझाने का काम सौंपा गया है, जिसमें जांच के दौरान वह धोखे, विश्वासघात और एक खतरनाक साजिश की परतों को उजागर करता है और माफिया के रूप में आजादी की मांग करता है। फिल्म का निर्देशन प्रसिद्ध मलयालम निर्देशक रोशन एंड्रयूज ने किया है, जो सैल्यूट और कायमकुलम कोचुन्नी जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। देवा में शाहिद का जबरदस्त एक्शन-थ्रिलर मोड आपको बेहद पसंद आएगा, जिसमें वे खतरनाक अपराधी की तरह दिखेगें, लेकिन वे अपराधी नहीं एक मजबूत निडर पुलिस अधिकारी हैं, जिनका मकसद सिर्फ स्वतंत्रता है। कहानी में देवा ये बताते हैं कि कैसे उन्होंने अपने भाई को ‘सिस्टम’ के हाथों से खो दिया, जब किसी ने बचपन में एक समारोह के दौरान उसे गोली मार दी, जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है तो हम देखते हैं कि देवा अपनी मनमानी करता है और न्याय के नाम पर लोगों को मारता है। एक सीन में देवा को एक सीनियर पत्रकार आर्टिकल के बारे में बता करते हुए पूछते हैं कि वह ‘पुलिस है या माफिया’। अगले ही सीन में हम देखते हैं कि देवा एक गुंडे से कहता है ‘मैं… माफिया हूं’, जो काफी रोमांचित करता है। आगे वह माफिया क्या करता है, इसके लिए आपको फिल्म तो देखनी ही पड़ेगी।
शाहिद की शानदार डायलॉगबाजी, एक्शन से भरपूर, धांसू सीन्स और उसके ऊपर उनका देवा का एंग्री यंग मैन लुक आपको बेहद पसंद आने वाला है। शाहिद कपूर की देवा सिर्फ स्टाइलिश, मनोरंजक और जबरदस्त ट्विस्ट और टर्न सिर्फ एक फिल्म ही नहीं है, बल्कि एक अनुभव है, जिसमें देवा के थ्रिलर और एक्शन से भरपूर किरदार में देखने के आनंद का मिस न होने दें और चले आएं सिनेमाघरों में।